Travel

Artificial Intelligence क्या है ?Artificial Intelligence Kya hai In Hindi?

             

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है?

      मित्रों आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से जानने वाले हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और इसके बारे में|

      आज के जीवन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हमारे दैनिक जीवन   में  लगभग घर कर लिया है, यानी अगर हम यूं कहें कि अगर हमें किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त करनी हो तो ज्यादातर हमें यह कहा जाता है कि गूगल से सूचनाओं को प्राप्त कर लो यानी गूगल कोई मानव तो नहीं है परंतु मानव की तरह सोचने वाला एक यंत्र है |   गूगल की तरह बहुत से सर्च इंजन हैं जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर कार्य कर रही हैं इसके साथ ही मशीनों को इंसानों की तरह सोचने पर जोर दिया जा रहा है |आज हम इसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कार्य  प्रणाली, भाषा कार्य विधियों के बारे में जानेंगे Artificial Intelligence हमारे जीवन में वरदान है या अभिशाप ?

फादर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धिमता)

      आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के पिता जॉन McCarthy के अनुसार इंटेलीजेंट मशीन वह मशीन है जो विशेष रूप से इंटेलिजेंट मशीन बनाने या विशेष रुप से कंप्यूटर प्रोग्रामिंग बनाने का विज्ञान है” | Artificial Intelligence एक कंप्यूटर की तरह होता है या कंप्यूटरीकृत रोबोट या एक ऐसा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो इंसानों की तरह सोचता है|

      आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी विधा है जिसमें यह अध्ययन किया जाता है कि मानव किस तरह सोचता है और कैसे कोई इंसान अपनी समस्याओं को सुलझाता है, कैसे कोई निर्णय लेता है और कैसे कोई कार्य करता है और इसी आधार पर एक मशीन या प्रोग्राम तैयार किया जाता है, जिसमें जैसे स्पीच रिकॉग्निशन विजन डिसीजन मेकिंग और भी बहुत कुछ और अनुप्रयोगों के लिए व्यापक रूप तैयार किया जाता है|


फिलोसोफी ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

      कंप्यूटर की शक्ति को देखते हुए मानव की जिज्ञासा आश्चर्यचकित करती है कि कोई मशीन मानव की तरह सोच और व्यवहार भी कर सकती हैं इसी तरीके की सोच रखते हुए मानव ने उस खोज की शुरुआत की जो हम मनुष्यों में पाते हैं|

कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लक्ष्य क्या है?


    कृत्रिम बुद्धिमता के तात्पर्य है कि ऐसे सिस्टम जो बुद्धिमान या तार्किक व्यवहार करते हो और सीखते हो और समझते हैं और दूसरे को सलाह देते हैं|

   मशीनों में ह्यूमन Intelligence लागू कैसे करके ऐसे सिस्टम बनाना जो मानव की तरह समझने सोचने और सीखने और व्यवहार करने में सक्षम हो |


और क्या-क्या हो सकता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में

आजकल के समय में आप प्रतिदिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में जानकारी प्राप्त करते होंगे या उनका अलग जगहों पर इसका इस्तमाल करते होंगे, जैसे अलग-अलग भाषाओं का ज्ञान

 चैट बोर्ड

 सेंटीमेंट एनालिसिस

 सेल्फ ड्राइविंग कार

 रिकॉग्निशन फेस रिकॉग्निशन

 वॉइस रिकॉग्निशन

 इमेजेस टैगिंग


    प्रोग्रामिंग लैंग्वेज फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

अगर आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में पढ़ना या इस पर कार्य करना चाहते हैं तो आपको कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज के साथ-साथ कंप्यूटर की लैंग्वेजेस के बारे में जानना होगा जैसे C++, Java, Lisp, Prolog, Python & R  मुख्य लैंग्वेजेस है|


आर्टिशिफियल इंटेलिजेंस का कार्य

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दो तरह से कार्य करते है,

स्ट्रांग आर्टिफिशियल और वीक आर्टिफिशियल

वीक AI

सीमित दायरा

विशेष कार्यों में उत्तम

 Siri & ELEXA

स्ट्रांग AI

असीमित दायरागजब मानव स्तर बुद्धि और एडवांस रोबोटिक्स

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का आकार

     अगर आपको रियल वर्ल्ड में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में जानना है तो इसके कुछ अवांछित गुण हैं- 

  •     इसकी मात्रा बहुत बड़ी है जिंसकी कल्पना नहीं की जा सकती   |
  •     जिसका कोई आकार नहीं है, इसका आकार बदलता रहता है    
  •     हालांकि इसमें अभी भी बहुत सी खामियां हैं जिनको निरंतर सुधारा जा रहा है|

कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अनुप्रयोग

कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में अधिक हो रहा है-

   गेमिंग

     अगर कोई गेमिंग की बात करें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग गेमिंग में भी हो रहा है जो आपके मस्तिष्क पर प्रभाव डाल कर इसमें रुचि पैदा करता है

 प्राकृतिक भाषा का ज्ञान

         मानव द्वारा बोले जाने वाली प्राकृतिक में भाषा में जानकारी संभव है|

 एक्सपर्ट सिस्टम

         एप्लीकेशन से जो मशीनों में उपलब्ध हैं जो सॉफ्टवेयर के आधार पर विशेष जानकारी सलाह देने में संभव है|

 विजन सिस्टम

     आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस देखने योग्य चीजों को समझ कर कार्य करता है जैसे फेस रिकॉग्निशन|

 स्पीच रिकॉग्निशन

     कुछ इंटेलिजेंट सिस्टम भाव तर्क को समझने में सक्षम है या मानव के द्वारा दी गई किसी भी प्रकार की वॉइस इंफॉर्मेशन को आसानी से संभाल सकता है जैसे गंदे शब्द आदि|

 सारांश

        वैसे तो कहा जाता है कि अब आवश्यकता आविष्कार की जननी है और यह बात इंटरनेट की तकनीक ने आसानी से साबित भी होती है की हमारी जरूरतों की सारी सुविधाएं और सूचनाएं आसानी से प्राप्त हो जाती हैं परंतु इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है की इंटरनेट इस दुनिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में कितने लोग सफल होंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक हमारे सारे जरूरतों को पूरा करने में कोई भी कमी नहीं रखेगा इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता परंतु इस दौर में इंसानी दिमाग कितना हेल्थी रह सकता है यह भी कह पाना मुश्किल है |

अगर मित्रों इस ब्लॉग के माध्यम से हमारे द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्ट हैं तो कृपया कमेंट करके हमें मोटिवेट करें और हमारे द्वारा दी गई सूचनाओं को अपने मित्रों के साथ शेयर करें आपका दिन/रात्रि शुभ हो |जय हिंद जय भारत|

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ